दिल्ली ब्यूरो। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक आज से भोपाल मे शुरू हुई है। संघ के सरसंघचालक भागवत सोमवार को भोपाल पहुंचे। इस बैठक में संघ वर्चुअल शाखा के मॉडल को स्वीकार कर सकता है। भागवत तीन दिन तक चलने वाली संघ की बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में सरकार्यवाह के साथ सभी सहसरकार्यवाह और शीर्ष प्रचारक शामिल है।
वर्चुअल शाखा के मॉडल को अपनाए संघ
संघ की बैठक में संघ की शाखाओं के विस्तार पर चर्चा होगी। देश की तात्कालिक और सामयिक हालातों पर भी विचार मंथन किया जाएगा। कोरोना के खतरे को देखते हुए इन दिनों संघ की शाखाएं लगना लगभग बंद है। ऐसे हालात से निपटने के लिए और संघ कार्य का विस्तार करने के लिए तथा वर्चुअल शाखा लगाने को मंथन करने के साथ इसे संघ में स्वीकार किया जाएंगा।
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वर्चुअल शाखा को संघ का अंग बनानें पर विचार
संघ सूत्र बतातें है कि वर्चुअल शाखा को संघ के जीवन का हिस्सा बनानें पर संघ विचार कर रहा है। संघ अपने प्रचारकों के साथ इस बात पर मंथन करेंगा कि कैसे वर्चुअल शाखा को संघ के दैनिक जीवन का हिस्सा बना सकें। संघ का मानना है कि कोरोना काल लंबा रह सकता है। ऐसे में अपनी गतिविधियों को कैसे जारी रखा जाए।
कोरोना काल मे संघ ने सराहनीय कार्य किए
कोरोना के समय संघ के स्वयसेवकों ने देशभर में लोगों को भोजन कराया था। प्रवासी मजदूरों को भी साधन और भोजन संघ के कारण उपलब्ध हो सका था। मास्क वितरण भी संघ के स्वयसेवकों ने किया था। सेवा भारती द्वारा देश के कोने कोने में चलाये जा रहे सेवा के प्रकल्प की भी समीक्षा होगी।
आगें का रोड़मैप बनाएंगा संघ
तीन दिन चलने वाली बैठक में देश की हालत पर चर्चा के अलावा संघ आने वाले समय के लिए अपना रोड मैप बनाएगा। बदली हुई परिस्थितियों में संघ का कार्य कैसे चले इसकी रूप रेखा तय की जायेगी। बैठक ऐसे समय हो रही है जब कोरोना वायरस ने देश और दुनिया की दिशा ही बदल दी है। जाहिर है इससे संघ भी अछूता नहीं रहा है।
सेवा भारती के प्रकल्पों की समीक्षा होगी।
कोरोना काल में सेवा भारती के किए गए कार्यो की समीक्षा होगी। संघ के संगठन समाज निर्माण में जुटें है। पहले भी आपात परिस्थितियों में ये संगठन समाज और देश को बाहर निकालने में अपना संकल्प दिखा चुके है, ऐसे में इन संगठनों के सुझाव पर भी आगे की रणनीति बनायी जा सकती है।