मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की सक्रियता ने मध्यप्रदेश के नेताओं के कान खड़े कर दिए है और प्रदेश उमा भारती की सक्रियता मध्यप्रदेश मेें नए समीकरणों की आहट दे रही है।
दिल्ली ब्यूरों/ मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की सक्रियता ने मध्यप्रदेश के नेताओं के कान खड़े कर दिए है और प्रदेश उमा भारती की सक्रियता मध्यप्रदेश मेें नए समीकरणों की आहट दे रही है।
सिंधिया पहुचे थे उमा भारती के घर
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ दिन पूर्व उमा भारती के भोपाल स्थित घर जाकर कई नेताओं को चौका दिया था। उमा भारती ने भी सिंधिया का हिन्दू रिति रिवाजों के साथ स्वागत किया था।
उमा भारती ने मंत्रिमंडल विस्तार पर निराशा जाहिर की थी
उमा भारती ने शिवराज मंत्रीमड़ल विस्तार में जातीय संतुलन बिगड़ने और उनके सुझावों को नजरअंदाज करने का जिक्र कर प्रदेश की राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया था। इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उमा से संपर्क साधा और विधायक लोधी को कांग्रेस से तोड़ने और उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया।
उमा भारती प्रदेश में ज्यादा समय बीता रही है
मध्यप्रदेश की राजनीति से लंबे समय तक उमा भारती दूर रही थी। लेकिन केन्द्र की राजनीति को अलविदा कहने के बाद उमा भारती ज्यादातर समय भोपाल में बीता रही है। प्रदेश के दिग्गज नेता उनके घर का रूख करने लगे है।
उप चुनाव में स्टार प्रचारक होगी उमा भारती
भाजपा के नेता की माने तो मध्यप्रदेश में उमा भारती होने वाले उपचुनाव में स्टार प्रचारक हो सकती है। उपचुनाव में पिछड़े वर्ग का प्रभाव रहने वाला है। ऐसे में पार्टी उमा भारती को स्टार प्रचारक बनाकर इस्तेमाल कर सकती है। 25 सिटों पर होने वाले उपचुनाव बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है। उमा भारती के सक्रियता पर प्रदेश के नेताओं का कहना है कि उमा भारती प्रदेश की वरिष्ठतम नेताओं में है। प्रदेश के नेता उनसें आशीर्वाद लेने और सलाह के लिए जाते रहतें है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है