दिल्ली ब्यूरों/ पीएम मोदी के लाल किले से देश के नाम संबोधन इस बार बदलावों के साथ होगा। पीएम मोदी 15 अगस्त को सातवीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। इस बार कार्यक्रम में कई बदलाव किए जा रहे है। कोरोना के कारण कार्यक्रम को नए ढंग से करवानें में पीएमओ जुटा है। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाएंगा। आमंत्रित मेहमानों की सूची को छोटा किया जाएंगा। मंत्रियों के साथ परिवार के आने पर पांबदी हो सकती है। ऐसे में सिर्फ मंत्री ही कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। विभिन्न देशों के राजदूतों के लिए भी गाइंड लाइंस जारी होगी।
सभी मंत्रालयों से पीएमओं ने मांगा इनपुट
मोदी का भाषण इस बार अलग हटकर होगा। मोदी अपने सरकार के एक साल का लेखा जोखा देगें। सभी मंत्रालयों से इनपुट भेजने को कहा गया है। मंत्रालयों से कहा गया है कि पीएम के विजन के अनुरूप उनके मंत्रालय द्वारा पिछले 6 साल में जो काम किया है उसकी जानकारी भेजें।
पीएम मोदी के लाल किले से देश के नाम संबोधन में कोरोना और सीमा सुरक्षा होगे केन्द्र में
पीएमओं के सूत्र बतातें है कि मोदी के भाषण में सीमा सुरक्षा और कोरोना केन्द्र में रहेगें। कोरोना को लेकर मोदी सरकार के कामकाज का लेखा जोखा होगा। सीमा पर चीन के तनाव पर भी मोदी बोलेंगे। देश की सुरक्षा को लेकर भी मोदी देश को आश्वस्त करेंगे। पीएम अपने संबोधन में चीन के साथ हुई झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। कोरोना के खिलाफ जंग में देशवासियों के सहयोग की सराहना के साथ-साथ सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी भी साझा कर सकते हैं।
गरीबों के लिए करेंगे घोषणा
सूत्र बतातें है कि कोरोना काल के बाद गरीबों के लिए कई घोषणाए कर चुके मोदी लाल किले से गरीबों के लिए राहत की घोषणाए कर सकतें है। https://navbharattimes.indiatimes.com/india/independence-day-india-will-be-celebrated-in-different-manner-from-red-fort-with-1500-corona-warriors/articleshow/76905063.cms
मेक इन इंडिया और रोजगार का भी जिक्र होगा।
पीएम मोदी लाल किले से देश के नाम संबोधन में मेक इन इंडिया और रोजगार का भी जिक्र करेंगे। मोदी युवाओं को ध्यान में रखकर कई घोषणाए कर सकतें है। मोदी अपने भाषण में छह साल का लेखा जोखा देगे। आने वाले समय के लिए मोदी के विजन की झलक लाल किले के भाषण से देखनें के लिए मिलेंगी।
बैठक व्यवस्था भी अलग होगी।
लाल किले की प्राचीर पर प्रधानमंत्री स्टेज के दोनों ओर हर बार 800 चेयर लगाई जाती थीं। इनमें एक ओर 375 और दूसरी ओर 425 चेयर लगती थीं। इन्हें घटाकर इस बार करीब 150 किया जा रहा है। उपर जितने भी वीवीआईपी बैठते थे, वे इस बार नीचे ग्राउंड में बैठेंगे।