दिल्ली ब्यूरो। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस शुक्रवार को दिल्ली यात्रा पर थे। लेकिन फड़नवीस का दिल्ली दौरा उनके उम्मीदों के अनुरूप नही रहा।
शाह से नही मिला समर्थन
दिल्ली पहुचें फड़नवीस ने शुक्रवार को अमित शाह से मुलाकात की। शाह और फडनवीस के बीच बैठक एक घंटे चली। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से खबर है कि फड़नवीस को शाह से सकारात्मक सहयोग नहीं मिला। मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन और राजस्थान मे सत्ता के दहलीज पर पहुच चुकी भाजपा के तर्ज पर देवेंद्र महाराष्ट्र में भी ऑपरेशन लोटस के लिए शाह का समर्थन चाहते थे, लेकिन शाह ने महाराष्ट्र में ऑपेरशन लोटस को अंजाम देने से मना कर दिया।
सरकार की विफलता जनता तक पहुचानें की फड़नवीस को सलाह
सूत्र बतातें है कि शाह ने फड़नवीस को महाराष्ट्र में सत्ता की और ध्यान देने के बजाय महा विकास अघाड़ी सरकार की विफलता के और जनता का ध्यान आकर्षित करने की सलाह दी है। शाह ने साफ कहा कि इस समय कोविड को लेकर महा विकास अघाड़ी सरकार की असफलता और लापरवाही को घर घर पहुचाने और सरकार को घेरने की जरूरत है।
फड़नवीस नें पार्लियामेंट्री बोर्ड के ख़बर पर सफाई दी।
सूत्रो के हवाले से खबर है कि देवेंद्र फडणवीस के भाजपा के सर्वोच्च निर्णायक बाडी संसदीय बोर्ड के सदस्य बनने को लेकर सोशल मीडिया पर चली खबरों पर भी अपनी सफाई शाह को दी। खबर है कि महाराष्ट्र में तेजी से चली खबर और भाजपा के नेताओं के फड़नवीस को सोशल साइड पर दी गई बधाई और अभिनंदन भाजपा हाईकमान को रास नहीं आया है। महाराष्ट्र से आने वाले केंद्रीय नेता का कहना है कि फडणवीस को तत्काल इसका खंडन करना चाहिये था।
फड़नवीस ने शाह से मुलाकात को ‘गैर राजनीतिक’ बताया
हालांकि फडणवीस ने पत्रकारो से शाह से अपनी मुलाकात को गैर राजनीतिक बताया। फडणवीस ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में कोरोना वायरस स्थिति से शाह को अवगत कराया। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में आपरेशन लोटस’ की ज़रूरत नही है क्योंकि महा विकास अघाड़ी सरकार अपने ही अंतर्विरोधों के कारण गिर जाएगी। फडणवीस ने सरकार को कमजोर करने के किसी भी कोशिशों से इनकार किया, लेकिन फड़नवीस के शनिवार के गतिविधियों और विभिन्न नेताओं से मुलाकात के बाद यह कहा जा सकता है कि फड़नवीस का दिल्ली दौरा उनके उम्मीदों के अनुकूल नहीं रहा