गोवा में भाजपा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इस पर सहमति नहीं बन पा रहीं हैं. खबर हैं क़ि भाजपा क़े वरिष्ठ भाजपा नेता विश्वजीत राणे सावंत क़े नाम पर सहमत नहीं है. उधर अपना दावा मज़बूत करने क़े लिए मौजूदा CM प्रमोद सावंत ने विजयी विधायकों के साथ बैठक की. एक होटल में की गई इस मीटिंग में भाजपा के जीतने वाले 20 में से 17 विधायक शामिल हुए हैं।
उधर विश्वजीत राणे के अचानक गोवा के गवर्नर पीएस श्रीधरन पिल्लई से मिलने के लिए पहुंचने पर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि, उन्होंने बाद में गवर्नर से मीटिंग को महज निजी मुलाकात बताते हुए खुद को भाजपा का अनुशासित सैनिक बताकर अटकलों को खत्म करने की कोशिश भी की। उन्होंने कहा, महामहिम के साथ मेरी निजी मुलाकात थी।
मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद राणे भी गोवा में भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शुमार थे। लेकिन बन नहीं सके.
महज 650 वोट से सीट बचा पाए हैं सावंत
प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री होने के बावजूद सैंकलिन विधानसभा सीट पर अपनी जीत बेहद मुश्किल से हासिल कर पाए हैं। उन्हें कांग्रेस कैंडिडेट धर्मेश सगलानी से महज 650 वोट के मार्जिन से जीत मिली है। उधर, सावंत सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे राणे खुद तो वापलोई सीट से जीते ही हैं, साथ ही उनकी पत्नी ने भी पोइनिम सीट से जीत हासिल की है।
भाजपा बहुमत से महज एक सीट दूर रही है
गोवा में सभी 40 सीटों पर कैंडिडेट उतारने वाली भाजपा ने विपक्ष में कांग्रेस व गोवा फारवर्ड पार्टी का गठबंधन होने के बावजूद 20 सीट जीती हैं। वह बहुमत से महज 1 सीट दूर रही है, लेकिन उसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) और 3 निर्दलीय विधायकों का साथ मिल गया है। इसके बावजूद भाजपा ने अभी तक अपने मुख्यमंत्री चेहरे पर सस्पेंस बनाए रखा है।