बंगलुरू: कर्नाटक में मंत्रीमंड़ल विस्तार को लेकर अमित शाह से अनुमति लेनें के लिए समय मांग रहें कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को अमित शाह से समय नहीं मिल रहा है। सूत्र बतातें है कि येदियुरप्पा ने कई बार फोन पर भी चर्चा करनें की कोशिश की लेकिन येदियुरप्पा को दो टूक कह दिया गया है कि जब समय होगा तब दे दिया जाएंगा।भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की मानें तों येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री बननें के बाद अमित शाह की सहमति से जिन नामों कों अंतिम रूप दिया था उसमें ऐन वक्त में दो और नाम जोडकर राजभवन भेज दिए थें और उनकों भी शाह के बिना अनुमति के मंत्री बना दिया था। कर्नाटक की राजनीति को करीब से देखनें वालें भाजपा के राष्ट्रीय नेता का कहना है कि अमित शाह ने संगठन के नेता के माध्यम से येदियुरप्पा से दो मंत्रीयों का इस्तीफा लेनें को कहा था,लेकिन सूत्र बतातें है कि येदियुरप्पा इसके लिए तैयार नहीं हुए। गौरतलब है कि कर्नाटक कैबिनेट में इस समय 18 मंत्री है और 16 पद खाली हैं। येदियुरप्पा ने कांग्रेस और देवगोडा के जनता दल छोडकर आए बाद में भाजपा के टिकट पर विधायक बनें नेताओं को भरोसा दिलाया है कि वे सभी मंत्री बनेंगे। लेकिन शाह की अनुमति न मिलनें के कारण येदियुरप्पा अपना मंत्रीमंड़ल विस्तार नहीं कर पा रहें है। सिर्फ शाह ही नहीं येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलनें का समय मांगा है लेकिन वहा से भी कोई जवाब नहीं आया है।
भाजपा के राष्ट्रीय नेता का कहना है कि छह माह पूर्व 22 जुलाई को कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिरनें के बाद से और सरकार बनानें के लिए येदियुरप्पा ने जिस तरह से कई मामलों पर केन्द्रीय नेतृत्व की सलाह को दरकिनार किया उसकें कारण भी येदियुरप्पा को केन्द्र के साथ सहयोग नहीं मिल रहा है। कर्नाटक से आनें वालें संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी येदियुरप्पा के रिश्तें अच्छें नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ संघ के कुछ आला अधिकारियों ने भी येदियुरप्पा के काम करनें के तौर तरीकों और मनमानी की शिकायत अमित शाह के पास पहुचा दी है। जानकार बतातें है कि येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बननें के बाद अपने मंत्रीमंड़ल विस्तार के लिए 22 दिन का इंतजार करना पड़ा था।
75 साल की समय सीमा लांघ गए है येदियुरप्पा
मोदी और शाह ने केन्द्र में आतें ही मंत्रीमड़ल के लिए 75 साल की समय सीमा तय कर दी थी। इसी को ध्यान में रखकर मोदी मंत्रीमंड़ल से कई मंत्रीयों को जाना पड़ा। राज्य में भी कई मंत्रीयों को 75 साल की उम्र पार करनें के कारण मंत्रीपद से हाथ धोना पड़ा था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा भी 75 साल को पार कर गए है। सूत्र बतातें है कि भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने येदियुरप्पा को साफ कह दिया है कि वे पूरें कार्यकाल कर्नाटक के मुख्यमंत्री नहीं रहेंगें। पार्टी के 75 साल बाद वनवास का कायदा येदियुरप्पा भी लागू होगा। भाजपा ने फिलहाल कर्नाटक की राजनीति को देखतें हुए येदियुरप्पा को केयरटेकर मुख्यमंत्री बनाया है और जल्द ही येदियुरप्पा के विकल्प को तलाश कर येदियुरप्पा की सक्रिय राजनीति से विदाई कर दी जाएंगी। कर्नाटक संघ के भी बड़ें नेता येदियुरप्पा से खुश नहीं है और पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को येदियुरप्पा का विकल्प ढूढनें के लिए सलाह दे चुके है।